इलेक्ट्रान की खोज किसने की थी एवं कैसे की थी।(Discovery of Electron in hindi).
1.परिचय(Introduction)
2.इलेक्ट्रॉन किसे कहते हैं(What is electron in hindi).
3 electron की खोज कैसे हुई (How was the electron discovered?)
परिचय(Introduction)-
बीसवीं शताब्दी के प्रारंभ में फैराडे(Faraday),क्रुक्स(Crooks)जे.
जे. थॉमसन(J.J.Thomson),रदरफोर्ड(Ratherford)आदि। वैज्ञानिकों के अनुसंधानो ने डाल्टन के अविभाज्य परमाणु वाद का खंडन किया और यह प्रमाणित किया कि परमाणु विभाज्य है।इलेक्ट्रॉन ,प्रोटॉन तथा न्यूट्रॉन प्रत्येक परमाणु के अवयवी कण होते हैं।
इलेक्ट्रॉन(Electron)-
इलेक्ट्रॉन की खोज 1897 में जे. जे.थॉमसन के द्वारा की गई थी। यह यह परमाणु का सबसे हल्काा न अवयवी कण है। इसका द्रव्यमान हाइड्रोजन परमाणु के द्रव्यमान का लगभग 1/1840 होता है। इलेक्ट्रॉन ऋण आवेशित होता है,इसका आवेेेश -1.6×10^19 कूलाम होता है।इलेक्ट्रॉन, लेप्टॉन परिवार के प्रथम पीढी का सदस्य है, जो कि गुरुत्वाकर्षण, विद्युत चुम्बकत्व एवं दुर्बल प्रभाव सभी में भूमिका निभाता है। इलेक्ट्रॉन कण एवं तरंग दोनो तरह के व्यवहार प्रदर्शित करता है।
कैथोड किरणे:इलेक्ट्रॉन की खोज(Cathode rays: Discovery of electron)-
इलेक्ट्रॉन की खोज |
जे. जे. थॉमसन ने कांच के विसर्जन नली में एक गैस क अत्यंत कम दाब पर भरकर उच्च वोल्ट की वैद्युत धारा प्रवाहित की तथा देखा कि विसर्जन नली के कैथोड( ऋण इलेक्ट्रोड) से अदृश्य किरणे उत्सर्जित होती हैं, जो एनोड (धन इलेक्ट्रोड) की ओर चलती है तथा विसर्जन नली में कैथोड के सामने कांच की दीवार पर हरे रंग की प्रतिदीप्ति उत्पन्न करती हैं। जे जे थॉमसन ने इन अधिकारियों को कैथोड क्यों ने नाम दिया।
1. कैथोड किरणों के गुण धर्म(Characteristics of Cathode rays)-
• यह किरणें उच्च गलनांक की धातु से टकराकर X- किरणें उत्पन्न करती हैं।
• यह किरणें फोटोग्राफिक प्लेट को प्रभावित करती हैं।
• कैथोड किरणों की गतिज ऊर्जा अत्यअधिक होती है।
• कैथोड किरणें प्रकाश किरणों की तरह सीधी रेखा में चलती हैं।
• यह किरणे गैस को आएनित कर देती हैं।
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