आज हम आपको बताएंगे कि रोग क्यों और किसकी कमी से होता हैं।
नमस्कार दोस्तों मैं हूं आपकी दोस्त मै इस पोस्ट को आपके साथ शेयर कर रही अपने अनुभव के साथ।
दूषित भोजन के कारण होने वाले रोग,यौन जनित रोग,सूक्ष्म जीवों से उत्पन्न रोग,कार्बोहाइड्रेट की कमी,प्रोटीन की कमी,क्षयरोग, आदि।
स्वास्थ्य एवं रोग(Health and diseased)-
स्वस्थ शरीर के लिये संतुलित आहार की आवश्यकता होती हैं।
★दूषित भोजन के कारण होने वाले रोग-
1.पेट मे दर्द और एठन
2.पेचिश
3.हैजा
4.दस्त
5.हेपिटाइटिस आदि।
"संचारी रोगों में दूषित भोजन और पानी की वजह से सबसे ज्यादा फैलने वाली बीमारिया डायरिया, सांस की बीमारी तथा अन्य सामान्य संक्रामक रोग शामिल हैं।"
शरीर की उचित सफाई न होने कारण कई प्रकार के कीटाणु, फफूंद, जीवाणु,विषाणुबाहर से भी संक्रमित करते हैं।अपने शरीर की प्रतिदिन सफाई करनी चाहिए।
यौनजनित रोग-
ये 2 तरह के होते हैं-
1.सुजाक रोग-
यह गोनोकाई नामक जीवणु से होता हैं।यह गले,आंख की पलक की कोशिका तथा यौनांगों को प्रभावित करता हैं।
2.सिफलिश रोग-
यह रोग स्प्रिंग के आकार के ट्रोपोनिमा पैलिम नामक जीवाणु से होता है।
सूक्ष्म जीवों से उत्पन्न रोग-
कुछ सुक्ष्म जीव हमारे शरीर मे रोग उत्पन्न करते हैं।जैसे-जीवणु, विषाणु,कवक परजीवी आदि।इन सूक्ष्म जीवों को नग्न आंखों से नही देखा जा सकता इसके लिये सूक्ष्मदर्शी का उपयोग करना पड़ेगा।
जीवाणु द्वारा-हैजा, निमोनिया, क्षयरोग आदि।विषाणु से जुकाम, रेबीज, पोलियो, डेंगू आदि रोग फैलते हैं।
फफूंदी के कारण त्वचा रोग-खुजली, दाद
दाद ट्राइकोफाइटांन नामक फफूंदी से तथा खुजली एकैरिस स्कैबीज नामक आर्थोपोड से होता हैं।
जीवणु(Bacteria) |
वायुजनित रोग-
यदि वायु प्रदूषित है तो कई सारे रोगों का कारण बन सकती है। वायु संक्रमित होने से कई सारे एलर्जी वाले रोग उत्पन्न होते हैं जैसे-जुकाम फ्लू।
जल जनित रोग-
दूषित जल के माध्यम से सबसे बड़ा रोग होता है। जैसे-डायरिया पेचिश यह सब दूषित जल द्वारा होते हैं।
★ कार्बोहाइड्रेट की कमी(Deficiency of carbohydrate)-
कार्बोहाइड्रेट हमें उर्जा देते हैं कार्बोहाइड्रेट की कमी से व्यक्ति दुर्बल, शारीरिक क्षमता में कमी तथा थकावट आदि का अनुभव होता है।
रोग-मधुमेह, हृदय रोग।
★ प्रोटीन की कमी(deficiency of protein)-
प्रोटीन हमारे शरीर के लिए एक महत्वपूर्णण तत्व हैं। जो हमारी शारीरिक वृद्धि केेेे लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रोटीन की कमी से हमारी शारीरिक वृद्धि रुक जाती है। प्रोटीन की कमी से दो प्रकार के रोग हो सकेेतेे हैं-
1.क्वाशियोरकर(Kwashiorkor)-
यह रोग प्रोटीन की कमी से होता है इस रोग में सूजन आ जाती है हाथ पैर दुर्बल हो जाते हैं पेट हर बाहर निकल आता है ।
तथा चेहरा पीला पड़ जाता है।
इस रोग को प्रोटीन युक्त भोजन देकर दूर किया जा सकता है।
जैसे-दूध, दही, मक्खन, अंडा, हरी सब्जियां फल आदि।
2.सूखा रोग या मैरेसम्स(Marasmus)-
यह भी प्रोटीन की कमी के कारण होता हैं।इसमे शरीर सिकुड़ जाता हैं।।
आंखे धँस जाती हैं तथा चेहरा दुबला हो जाता हैं।दुर्बल होने के कारण चलने में भी परेशानी आ सकती हैं।
अब हम जानेंगे कि क्षयरोग क्या होते है-
क्षयरोग(Tuberculosis)-
"टीबी एक खरतनाक बीमारी है ये जिस अंग को प्रभावित कर दे समय पर इलाज न मिले तो उस व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती हैं।हालाँकि की टीबी अब लाइलाज नहीं।"
हम टीबी को हरा सकते हैं समय पर दवा लेकर।यह एक संक्रामक बीमारी है, जो ट्यूबरक्युलोसिस बैक्टीरिया के कारण होती है। इस बीमारी का सबसे अधिक प्रभाव फेफडों पर होता है। फेफड़ों के अलावा ब्रेन, यूटरस, मुंह, लिवर, किडनी, गले आदि में भी टीबी हो सकती है। बताते चलें कि सबसे कॉमन फेफड़ों का टीबी है, जो कि हवा के जरिए एक से दूसरे इंसान में फैलती है। टीबी के मरीज के खांसने और छींकने के दौरान मुंह-नाक से निकलने वालीं बारीक बूंदें इन्हें फैलाती हैं। फेफड़ों के अलावा दूसरी कोई टीबी एक से दूसरे में नहीं फैलती।
लक्षण-
1.ज्वर होना
2.खांसी आना
3.छाती में दर्द होना
4.वजन कम होना
दोस्तो अगर आपको हमारी पोस्ट जानकारी योग्य लगती हैं तो तो इसे पढ़े और ज्ञान ले।अगर आपको इसमे कोई चीज न समझ मे आये तो comment section में comment करके पूछ सकते है, हम हर सम्भव प्रयास करेंगे आपके प्रश्न का उत्तर देने का।
||THANKS||
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